उल्फ़त ने तेरी क्या हाल किया है?
पल पल मेरा जीना मुहाल किया है।
ग़ैरों क्या ख़्याल रहा तुझे हर वक़्त,
कभी नहीं तूने मेरा ख़्याल किया है।
छोटी छोटी बात का बतंगड़ बनाया,
जब भी किया तूने वबाल किया है।
सबकी बातों पर पूरा यकीन है तुम्हें,
उनकी लिए मुझसे सवाल किया है।
अपना कह, ग़ैरों सा बर्ताब तुम्हारा!
तुमने भी "निक्क" कमाल किया है।
लेखक : निखिल घावरे "निक्क सिंह निखिल"
भोपाल (मध्यप्रदेश)
दिनाँक : 29 फरवरी 2024©
Mohammed urooj khan
02-Mar-2024 11:33 AM
👌🏾👌🏾👌🏾
Reply
nikksinghnikhil
24-Jul-2024 08:51 PM
🙏😊
Reply
Gunjan Kamal
01-Mar-2024 11:32 PM
बहुत खूब
Reply
nikksinghnikhil
24-Jul-2024 08:52 PM
Ji shukriya
Reply
Shashank मणि Yadava 'सनम'
01-Mar-2024 08:28 AM
बेहतरीन
Reply
nikksinghnikhil
01-Mar-2024 08:46 AM
Ji shukriya
Reply